ग्वालियर से अतुल मल्होत्रा की रिपोर्ट
मध्य प्रदेश लीग 2025 के फाइनल में भोपाल लेपर्ड्स ने चंबल घड़ियाल को दो रन से हरा दिया है। अंतिम गेंद तक चले इस काफी रोमांचक मुकाबले में भोपाल ने जीत दर्ज करते हुए लीग के दूसरे सीजन का खिताब अपने नाम किया है। इस मैच के लिए ग्वालियर के दशकों में काफी ज्यादा रुचि देखी गई और स्टेडियम पूरी तरह खचाखच भरा दिखाई दिया। इतने अधिक दर्शकों के वहां मौजूद होने की स्थिति में जब यह फाइनल अंतिम गेंद तक गया तो दर्शक झूमने को मजबूर हो गए।
भोपाल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए केवल 156 रन बनाए थे और ऐसा लग रहा था कि यह चंबल के लिए काफी आसान लक्ष्य होगा। गौतम रघुवंशी ने 28 गेंद में 48 रनों का सर्वाधिक योगदान दिया। उन्होंने अपनी पारी में दो चौके और चार छक्के लगाए। भोपाल को अपने आईपीएल स्टार अनिकेत वर्मा से काफी उम्मीदें थी और उन्होंने भी केवल 24 गेंद में ही 40 रन बना दिए। हालांकि इसके बाद चंबल के गेंदबाजों ने बेहतरीन वापसी करते हुए भोपाल को मजबूत फिनिश नहीं करने दिया और उनकी पारी चार गेंद शेष रहते ही समाप्त कर दी।
बाएं हाथ के स्पिनर नयनराज मेवाड़ा ने अपनी सधी हुई गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया और चार ओवर में केवल 23 रन खर्च करते हुए दो विकेट अपने नाम किए। अमन भदोरिया ने भी काफी किफायती गेंदबाजी की और दो ओवर में केवल 8 रन खर्च करते हुए दो विकेट चटकाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए चंबल की शुरुआत काफी निराशाजनक रही और केवल 8 रन के स्कोर पर ही उनके दोनों ओपनर पवेलियन लौट गए। 10 रन स्कोरबोर्ड पर हुए ही थे कि चंबल ने तीसरा विकेट भी गंवा दिया और पावरप्ले की समाप्ति होने तक उनका चौथा बल्लेबाज भी पवेलियन लौट चुका था। पहले 6 ओवर में चंबल ने केवल 29 रन ही बनाए थे जिससे उनके ऊपर काफी दबाव बन चुका था।
इसके बाद अनुभवी हरप्रीत सिंह भाटिया ने कप्तान शुभम शर्मा के साथ मिलकर पारी को संभाला और स्कोर को 70 रनों के पार ले गए। भाटिया का विकेट गिरने के बाद ऐसा लगा कि अब चंबल की उम्मीद खत्म हो चुकी हैं लेकिन यहीं पर त्रिपुरेश सिंह ने एंट्री मारी। उन्होंने शुभम के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया और काफी तेजी से रन बनाए। आक्रामक शॉट लगाकर त्रिपुरेश ने मैच को काफी रोमांचक बना दिया।
अंतिम तीन ओवर में चंबल को जीत के लिए 34 रन चाहिए थे। 18वें ओर में त्रिपुरेश और शुभम ने 13 रन बटोर लिए। 19वें ओवर में शुभम आउट हुए और चंबल को केवल आठ रन ही मिल पाए। भोपाल के कप्तान अरशद खान ने ये शानदार ओवर निकाला। अंतिम ओवर में 13 रनों की जरूरत होने पर पहली गेंद पर चौका तो आया लेकिन अगली दो गेंद में केवल एक रन बने। चौथी गेंद पर चौका आने के बाद पांचवीं गेंद पर त्रिपुरेश रन आउट हो गए। भोपाल ने अंतिम गेंद पर जीत दर्ज कर ली।
