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मिट्टी के गणेश जी में धर्म और पर्यावरण का संगम”

सेगांव-ग्राम की कुशिका लक्की गोयल गणेश चतुर्थी के अवसर पर इको फ्रेंडली गणेश जी की मूर्ति बना कर अनूठा संदेश दिया।कुशिका ने बताया कि पारंपरिक रूप से प्लास्टर ऑफ पेरिस(pop) से बनी गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन नदी,तालाबों और झीलों में किया जाता रहा है,जिससे जलीय जीवन और पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचता है,इसके विपरीत मिट्टी से बनी प्रतिमाएं आसानी से घुल जाती है और पर्यावरण को कोई हानि नहीं पहुंचाती। कुशिका ने सभी को संदेश दिया कि इको फ्रेंडली गणेश जी की प्रतिमाएं ही अपने अपने घरों में स्थापित करे।

भविष्य में बच्चों को की कार्यशाला लगा कर सिखाएगी इको फ्रेंडली गणेश की प्रतिमाएं बनाना

कुशिका ने बताया कि भविष्य में बच्चों को मिट्टी के गणेश बनाना भी सिखाएगी जिससे बच्चों में धर्म की जानकारी बढ़ेगी और पर्यावरण संरक्षित भी होगा। पीओपी के गणपति मार्केट में मिलते है लेकिन उनका विसर्जन नहीं होता इसलिए वह सभी बच्चों को मिट्टी के गणपति बनाना सिखाएगी।
सेगांव से दीपक गुप्ता कि रिपोर्ट

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Author: aajtak24x7

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